देश के हर उस व्यक्ति से मेरा विनम्र निवेदन है जो अपने नोट बदलने के लिए लाइन में खड़ा है। ये वाकया आप सबसे इसलिए बाँट रही हूँ, कि इन लंबी लाइनों के चलते एक बैंककर्मी के ऊपर क्या गुजर सकती है, वो आप भी जानिए -
मेरे पति bank employee हैं, इसलिए जो घटना मैं आपको बताने जा रही हूँ वह शत प्रतिशत सत्य घटना है । 3 - 4 दिन पहले लखनऊ उत्तर प्रदेश स्थित भारतीए स्टेट बैंक की एक ब्रांच में एक सज्जन ने अपने account से ₹10000 निकाला और अपने घर चले गए । करीबन दो-तीन घंटे बाद वो सज्जन पुन: उस काउंटर पर पहुँचे और उसी व्यक्ति को उन्होंने ₹ 2000 के 5 नोट यह कहकर वापस किए कि आपको मुझे मात्र ₹10000 देने थे और आपने मुझे 20 हजार दे दिए। सबसे पहले इस ईमानदारी के लिए उक्त सज्जन को मेरा साधुवाद और नमन है ।
10 और 11 तारीख को लगातार दो दिन तक सुबह 9:30 से रात 12:00 बजे तक काम करने वाले बैंक कर्मी की मनोदशा क्या होगी ? आप इससे अंदाजा लगाइए कि उसने नींद और थकान के चलते एक व्यक्ति को ज्यादा पेमेंट कर दिया। हाँ ! सम्भवतः एक कारण यह भी रहा होगा कि अभी तक एक हजार के नोट गिनते थे और अचानक से दो हजार के नोट गिन रहें हैं । एक बात और भी सोचने वाली है कि यदि यह पैसा वापस नहीं आता तो क्या होता ? अपने देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सभी बैंक कर्मी माननीय मोदी जी का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे हैं, इसके लिए बैंक कर्मियों ने अपनी नींद और आराम का तो त्याग किया ही है उसके साथ अपने परिवारों को भी अनदेखा किया है ।
दोस्तों ! मेरी आपसे एक छोटी सी अपील है कि जिनका भी बैंक या पोस्ट् ऑफिस में account है वो लोग कृपया अपने account में पैसा जमा करें और चेक , ड्राफ्ट या ATM द्वारा ही पैसा निकालें। जहाँ credit या debit card द्वारा शॉपिंग या पेमेंट हो सकता हो , वहाँ कार्ड का ही इस्तेमाल करें । ऐसा करने से निम्नवर्ग के व्यक्ति और बैंक कर्मी को काफी हद तक राहत मिल सकती है । जैसे -
1- बैंक और ATM पर लगने वाली लाइन छोटी हो जाएंगी ।
2- बेवजह लडाई - मारपीट बंद होगी ।
3- निम्नवर्ग जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है नोट बदलने की , उसका समय बचेगा एवं काम का हर्जा नहीं होगा। निम्नवर्ग ही रोज कुआँ खोदता है तो पानी पीता है।
4- बैंक कर्मी के शरीर - मन को थोड़ा आराम मिलेगा।
5- जो सक्षम हैं वह कुछ समय बाद भी अपने नोट change करवा सकते हैं।
दोस्तों ! अपने देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए आप भी निम्नवर्ग एवं बैंककर्मी के कंधे से कंधा मिलाकर चलें और मोदी जी के इस प्रयास को सफल और सार्थक बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें । अपने पूरे बैंक परिवार की ओर से आप सब की तहेदिल से आभारी रहूँगी ।
धन्यवाद
नीलिमा कुमार
Wednesday, 16 November 2016
एक निवेदन : नोटों के लिए कुछ ऐसा करें -
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment