Saturday, 1 October 2016

सर्जिकल स्ट्राइक : एक नई सुबह का आगाज़, एक अपील

दोस्तों ! सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए हमारी आर्मी ने यह साबित कर दिया है कि अगर हमारी आर्मी राजनीति के दबाव में न रहे और उसे अपने तरीके से काम करने दिया जाए, तो वो क्या कर सकती है । श्रद्धा सुमन के साथ शत् शत् नमन है हमारे भारतीय जवानों को।
        भारत की जनता तो एक हो चुकी है और वो पूर्णतया भारतीय सेना के साथ है,  जरूरत है तो हमारे नेताओं को ये समझने की कि हर पार्टी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश के लिए सोचे , तो वो हो सकता है जो आज हुआ है । वैसे इस समय सभी राजनीतिक पार्टियाँ बधाई की पात्र हैं जिन्होंने इस मुद्दे पर एकजुट होकर अनेकता में एकता कहावत को चरितार्थ किया है । हमारा देश वास्तव में एक अखण्ड राष्ट्र है । जैसे एक परिवार के सदस्यों के  बीच चाहे कितनी ही दूरियाँ हों,  पर घर की चौखट के अन्दर रक्खा दुश्मन का एक कदम सारे सदस्यों को एक मुठ्ठी में बंधकर लड़ने पर मजबूर कर देता है ( क्षणिक ही सही ) , उन्हें एक कर देता है , ठीक उसी तरह आज यही अखण्डता देश में दिखाई पड़ी जिसकी वजह से इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल हुई ।
         ईश्वर से प्रार्थना है कि हमारे इस देश को,  हमारे देशवासियों एवं सभी राजनीतिक पार्टियों का यह सहयोग प्रतिदिन निस्वार्थ भाव से मिलता रहे तो वो दिन दूर नहीं जब हमारी भारतीय सेना हम देशवासियों की मुलाकात हमारे पुराने काश्मीर और काश्मीर वासियों से कराएगी । एक नयी सुबह का आगाज़ हो चुका है,  अंजाम हम सभी पर निर्भर है ।
                                                                 जय हिन्द
                                                               नीलिमा कुमार

         

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