आज हिन्दुस्तान ने अपने अमूल्य कोहिनूर Dr A P J Abdul Kalam को सदैव के लिए खो दिया है। अल्फाज़ कम भी हैं और छोटे भी हैं उनकी व्याख्या के लिए।बस शत् शत् नमन है डा• कलाम को । मेरी गुज़ारिश है हर उस व्यक्ति से ख़ासकर युवा वर्ग से जिसके लिए वो एक आर्दश थे। उनकी सोच , दिशा एवं आर्दशों को हम अपने दिलों में ज़िन्दा रक्खें और उनके द्वारा दिखाई राह पर सच्चाई से चलें , तो यही होगी
करोड़ों तोपों की सलामी , उनके लिए जिन्हें हम प्यार करते हैं और जो आपको प्यार किया करते थे।
" एक श्रद्धान्जलि हमारे दिलों के नेता डा• कलाम के लिए "
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